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दिखावा मत करो | Don't Show Off – The Art of Quiet Success | Motivational Story in Hindi

Don't Show Off – The Art of Quiet Success | Motivational Story in Hindi

Don't Show Off – The Art of Quiet Success | Motivational Story in Hindi
दिखावा मत करो | Don't Show Off – The Art of Quiet Success | Motivational Story in Hindi

राधे राधे दोस्तों, www.learningforlife.cc में आपका स्वागत है। एक बार एक राजा के दरबार में एक बहुत ही चतुर मंत्री था। इस मंत्री के पास हर समस्या का समाधान था, और राजा उससे पूछे बिना कोई बड़ा फैसला नहीं लेता था। इस वजह से दरबार के अन्य लोगों को मंत्री से जलन थी। एक दिन राजा ने मंत्री से कहा, तुम बहुत होशियार हो, लेकिन तुम्हारा बेटा बहुत मूर्ख है और उसमें कोई समझ नहीं है। मंत्री को यह अच्छा नहीं लगा और पूछा, महाराज, आप ऐसा क्यों कह रहे हैं? आपको क्यों लगता है कि मेरा बेटा मूर्ख है? राजा ने कहा, हर सुबह जब मैं लोगों से मिलने जाता हूं, तुम्हारा बेटा वहां होता है। मैं हर दिन उससे पूछता हूं, क्या ज्यादा कीमती है, सोना या चांदी? और हर बार तुम्हारा बेटा कहता है, चांदी। यह सुनकर दरबार में सभी हंसने लगे, और मंत्री को बुरा लगा।


बिना कुछ कहे, वह सीधे घर गया और अपने बेटे से पूछा, कौन सी धातु ज्यादा कीमती है, सोना या चांदी? बेटे ने तुरंत जवाब दिया, पिताजी, सोना। फिर मंत्री ने पूछा, अगर तुम्हें पता है कि सोना कीमती है, तो क्यों हर रोज राजा को गलत जवाब देकर कहते हो कि चांदी ज्यादा कीमती है? बेटे ने जवाब दिया, पिताजी, राजा हर सुबह लोगों से मिलने बाजार आते हैं। रोज वो मुझे बुलाते हैं, मेरे सामने एक चांदी और एक सोने का सिक्का रखकर पूछते हैं, ज्यादा कीमती वाला उठा लो। मैं चांदी का सिक्का उठाता हूं, और राजा हंसकर चले जाते हैं। तब मंत्री ने अपने बेटे से पूछा, तुम हर दिन चांदी का सिक्का ही क्यों चुनते हो? आज इसी वजह से पूरे दरबार ने मेरा मजाक उड़ाया। यह सुनकर बेटा अपने पिता को अपने कमरे में ले गया और एक संदूक खोला। संदूक चांदी के सिक्कों से भरा हुआ था।


इतने सारे चांदी के सिक्के देखकर मंत्री चौंक गए और पूछा, तुम्हें इतने सिक्के कहां से मिले? बेटे ने कहा, पिताजी, ये वही सिक्के हैं जो राजा मुझे देते हैं। जिस दिन मैं सही जवाब देकर सोने का सिक्का ले लूंगा, राजा यह सवाल पूछना बंद कर देंगे और मुझे रोज चांदी का सिक्का मिलना बंद हो जाएगा। राजा को मज़ा आता है जब मैं चांदी का सिक्का उठाकर कहता हूं कि चांदी सोने से ज्यादा कीमती है। वह हंसता है और बिना ज्यादा सोचे चला जाता है। मैं एक सोने के सिक्के के लिए अपना रोज़ का चांदी का सिक्का नहीं खोना चाहता। यह सुनकर मंत्री को अपने बेटे पर गर्व हुआ और समझ गया कि भले ही लोग उसके बेटे को मूर्ख कहें, उसकी बुद्धि सिर्फ बुद्धिमान ही समझ सकते हैं। अब जब भी कोई उसके बेटे को मूर्ख कहता, मंत्री मुस्कुराकर चला जाता था।


दोस्तों, आपने देखा होगा कि कुछ लोग थोड़ा काम करके बड़ा दिखावा करते हैं, जबकि कुछ बिना दिखावे के बड़े काम करते हैं। अगर आप जानते हैं कि आप जो कर रहे हैं वह सही है, तो फर्क नहीं पड़ता लोग आपको मूर्ख या पागल कहें। दुनिया अक्सर उन्हें पागल कहती है जिन्हें वह समझ नहीं पाती। 

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